देहरादून उत्तराखंड ।
प्रेस न्यूज़
आज हम आपको यह बताना चाहते हैं कि उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर सरकार एवं विभाग द्वारा जितनी भी यातनाएं दी जा रही है सच में पूछा तो विभाग को देखते महिलाओं का इससे ज्यादा शोषण कहीं और नहीं है जितना कि महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास में किया जा रहा है
सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को लेकर जो सरकार आज बड़े-बड़े वादे कर रही है उसको महिला सशक्तिकरण विभाग आगे बढ़ा रहा है और आगे कौन बढ़ा रहा है यह किसी से अनविज्ञ नहीं है मैं आपको बताना चाहूंगी सरकार द्वारा योजनाओं को अंकुश लगने का नाम नहीं ले रही है और धरातल पर देखा जाए तो उन योजनाओं का खामियाजा आंगनबाड़ी बहन को भोगना पड़ रहा है जिसका कि नया नया उदाहरण है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा खजूर एवं अंडे सेनेटरी नैपकिन को लोगों तक पहुंचाना सरदर्द बना हुआ है दूसरी तरफ जनता के बीच में उन चीजों को ले जाना आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए जान जोखिम में डालने वाली बात हो गई है आपको बता दूंगी सबसे पहले सैनिटरी नैपकिन भेजने का धंधा विभाग द्वारा चलाया गया जिसमें कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ती को एक दुकानदार की हैसियत से गांव में फेरी लगानी पड़ रही है और दूसरी तरफ सरकार ने खजूर के पैकेट 2015 के एक्सपायरी डेट होने के बावजूद 2022 मे आंगनबाड़ियों द्वारा गांव गांव तो पहुंचा दिया है जिससे कि सभी गांव के लोग आंगनबाड़ियों को मारने पर उतारू रखें उस पर ऐसे ही एक्सपायरी के लेके चिप्स भी आंगनबाड़ियों को थमा कर बंटवा दिये गये है अब एक्सपायरी अंडे जोकि कई दिनों से गोदाम में पड़े हुए रहे होंगे उनको आंगनबाड़ी के द्वारा गांव में बच्चों को वितरित करने के लिए कहा गया है लेकिन विभाग ने एक भी बार यह नहीं सोचा जब वह लोग सड़क से उन चीजों को अपने केंद्रों पर ले जाएंगे उनको भाड़ा भी दिया जाना चाहिए हम इस बात को लेते हुए आज पूरे प्रदेश में यह ऐलान करते हैं *कि हम अपने ऑफिस से कोई भी ऐसा सामान नहीं उठाएंगे जिसमें की किराया भाड़ा लगता हो अगर किसी भी विभागीय अधिकारी ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर जबरदस्ती करने की कोशिश करी तो संगठन उसी विभाग के कार्य कार्यकर्ता के ऊपर अनशन पर बैठेगा और उससे धरने के हिसाब से ही बात की जाएगी* इसलिए समस्त प्रदेश के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आज इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि विभाग द्वारा कोई भी जबरन सामान चाहे ड्रेस हो या कोई अन्य चीज किसी भी वर्कर पर 1 एंपियर बैठक के अलावा ऑफिस में बुलाया गया तो कोई भी वर्कर नहीं जाएगी और अगर मजबूरन जाना पड़ा तो विभाग उसका यात्रा भत्ता पहले निर्धारित करेगा नहीं तो कोई भी वर्कर नहीं जाएगी धन्यवाद ।
रेखा नेगी
प्रदेश अध्यक्षा
आंगनवाड़ी कार्यकर्ती सेविका मिनी कर्मचारी संगठन उत्तराखंड