नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें केंद्र सरकार भारत रत्न से सम्मानित करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। आडवाणी बीजेपी के सबसे पुराने और भारतीय राजनीति के दिग्गज नेताओं में से एक हैं। भारत रत्न के ऐलान के साथ ही आडवाणी को बधाई देने का सिलसिला शुरु हो गया।
भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी को 96 साल की उम्र में देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और भाजपा के संस्थापक सदस्य नाना जी देशमुख के बाद ये सम्मान पाने वाले भाजपा और आरएसएस से जुड़े तीसरे नेता हैं। साथ ही अब तक भारत रत्न से सम्मानित लोगों में वे 50वीं शख्सियत हैं। आडवाणी ने जनसंघ को भाजपा बनाने की यात्रा में सबसे ज्यादा योगदान दिया। भाजपा की मौजूदा पीढ़ी के 90 प्रतिशत से ज्यादा नेता आडवाणी ने ही तैयार किए हैं। उन्होंने अपने सियासी जीवन में आधा दर्जन यात्राएं निकालीं। इनमें राम रथ यात्रा, जनादेश यात्रा, स्वर्ण जयंती रथ यात्रा, भारत उदय यात्रा, भारत सुरक्षा यात्रा, जनचेतना यात्रा शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर आडवाणी के साथ अपनी 2 तस्वीरें शेयर कीं और लिखा-मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात भी की और उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर बधाई दी। 2014 में सत्ता संभालने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा दिया गया यह सातवां भारत रत्न है। आडवाणी से पहले 23 जनवरी को बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न (मरणोपरांत) देने का ऐलान किया जा चुका है। इसके अलावा मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को यह सम्मान मिल चुका है। केंद्र सरकार एक साल में 3 लोगों को यह सम्मान दे सकती है।