Advertisement Section

सेंट गोबेन में हम उपभोक्ताओं के साथ सच्ची साझेदारी में विश्वास रखते हैं।

Read Time:6 Minute, 31 Second

देहरादून। भारत की प्रमुख फिनटेक कंपनियों में से एक, उड़ान कैपिटल ने शीशे के प्रमुख निर्माताओं में एक सेंट गोबेन की सब्सिडिएरी, सेंट गोबेन ग्लास बिजनेस के डिस्‍ट्रीब्‍यूशन नेटवर्क को 170 करोड़ रुपये से अधिक की कार्यशील पूंजी को मोहैया कराने की घोषणा की है। सेंट गोबेन के वितरकों एवं रिटेलर्स के लिए यह वितरण उड़ानकैपिटल के चैनल फाइनेंसिंग प्रोग्राम के माध्यम से कंपनी के साथ हुई साझेदारी के जरिये किया गया है। इस फाइनेंसिंग प्रोग्राम को सूक्ष्म, लघु और मध्यम इकाइयों (एमएसएमई) के लिए लाया गया है। इस सहयोग के तहत, उड़ान कैपिटल ने 20 महीने से ज्यादा समय में देश के 23 राज्यों के 122 शहरों में फैले 200 से ज्यादा वितरकों को अपने साथ जोड़ा है।

कोविड के बाद, ब्रांड्स की दिलचस्पी ऐसे सोलूशन्स की तलाश करने में बढ़ गई है, जो उनके खातों में प्राप्त होने योग्य राशि (रिसीवेबल्‍स) को बढ़ाए बिना और ज्यादा लोन लिए बगैर एमएसएमई खरीददार समूह में कैश के प्रवाह को बढ़ावा दे। चैनल फाइनेंसिंग पार्टनर का मूल्यांकन करते समय सेंट गोबेन का मूल उद्देश्य पूरे भारत में इस प्रोग्राम को विशाल पैमाने पर बढ़ावा देना था। इसका मकसद अपने एमएसएमई खरीददारों के लिए एक ऐसा तकनीकी समाधान खोजना भी था, जो मौजूदा कैश छूट के ढांचे का लाभ देने में सक्षम हो। ब्रांड्स और उसके एमएसएमई खरीददारों दोनों को लाभ देने के लिए उड़ानकैपिटल पसंदीदा पार्टनर के रूप में उभरा है। उड़ानकैपिटल की ऐप उधार लेने वालों को सहजता से जोड़कर सेंट गोबिन को उनके बिल के तुरंत भुगतान की सुविधा देती है। इससे नकदी के प्रवाह में तेजी आती है, बिक्री बढ़ती है और चैनल साझीदारों, वितरकों और डीलरों से संबंध मजबूत बनते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से अग्रिम भुगतान के बिना वितरक और डीलर सामान ले सकते हैं। इससे जहां वितरकों और डीलरों को आसानी से माल मिलता रहता है, वहीं यह कारोबार को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देता है।

अब जब ज्यादा से ज्यादा वितरक इस फाइनेंसिंग प्रोग्राम से जुड़ रहे हैं तो कैश का फ्लो बढ़ रहा है। उड़ान कैपिटल के बेहतरीन और अनूकल सोल्यूशन ने सेंट गोबेन के प्रॉडक्ट्स के लिए उधार माल देने की अवधि को कम किया है। इससे खरीददारों को उधार चुकाने के लिए अतिरिक्त समय मिलता है। खरीददारों को लचीली शर्तों पर बिलों का भुगतान करने की सुविधा मिलती है और जल्दी पेमेंट करने पर कैशबैक या दूसरी तरह के इंसेंटिव भी मिलते हैं। खरीद से जुड़ी क्रेडिट लिमिट दोबारा भुगतान करने पर फिर से इस्तेमाल की जा सकती है। इससे पूरी वित्तीय व्यवस्था को प्रभावी बनाने में खासा योगदान मिलता है।

सेंट गोबेन इंडिया ग्लास बिजनेस के चीफ सेल्स और मार्केटिंग ऑफीसर आनंद संथानम ने कहा, “सेंट गोबेन में हम उपभोक्ताओं के साथ सच्ची साझेदारी में विश्वास रखते हैं। इस साझेदारी का सबसे बड़ा उदाहरण बिजनेस के विकास के रूप में दिखाई देता है। चैनल फाइनेंसिंग और कारोबार में इस्तेमाल होने वाली पूंजी का प्रभावी ढंग से प्रबंधन हमारे साझीदारों के बिजनेस के विकास के लिए बहुत जरूरी है। हमें विश्वास है कि उड़ानकैपिटल के साथ हमारी साझेदारी से हमारे वितरकों के फलने-फूलने का माहौल बनेगा। इससे वितरण श्रृंखला में सामान के सुचारू प्रवाह में भी तेजी आएगी। उड़ान कैपिटल हमारा पसंदीदा पार्टनर बना क्योंकि वह लोन के जल्दी मोहैया कराने के लिए जाने जाते हैं। इससे लोन लेने की प्रक्रिया पूरी होने में कम समय लगता है और इसमें किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होती। अब तक हमारे 100 से ज्यादा शहरों के वितरक कोलेटरल-फ्री लोन की सुविधा लेने, अग्रिम भुगतान के बिना माल तक पहुंच हासिल करने और माल को बेचने की सुविधा के लिए सफलतापूर्वक हमसे जुड़े हैं।’’

उड़ान कैपिटल के हेड चैतन्य अदापा* ने कहा, “उड़ान कैपिटल में हम भारत के व्‍यापार के लिए अगली पीढ़ी की कार्यशील पूंजी उत्‍पादों का निर्माण करने के हमारे लक्ष्‍य को आगे बढ़ाने के लिए मजबूत साझेदारी करने में विश्वास रखते हैं। हमारा सेंट गोबेन प्रोग्राम एक आदर्श ब्रैंड पार्टनरशिप की मिसाल है। इसका श्रेय उस स्पष्टता और प्रतिबद्धता को देना चाहिए, जो सेंट गोबेन की टीम का अपने चैनल पार्टनरों को सपोर्ट देने में दिखाता है। हम उस सफर में उनके साथ भागीदार बनकर काफी खुश हैं और अपने संबंधों को और गहरा बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
Previous post डीएम नैनीताल वंदना सिंह ने कड़ा एक्शन लेते हुए थाना बनभूलपुरा के अंतर्गत 120 शस्त्र लाइसेंस कैंसल कर दिए
Next post 04 लेन चैड़ीकरण एवं कॉजवे के निर्माण का शिलान्यास सहित 4750 करोड़ रूपये की लागत के 30 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण