नई दिल्ली, 7 जनवरी। भारत का चुनाव आयोग (ईसीआई) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) दिल्ली विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग ने दिल्ली में चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है. दिल्ली में पांच फरवरी को मतदान होगा. 70 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है और नए सदन के गठन के लिए उससे पहले चुनाव कराना होगा. दिल्ली में परंपरागत रूप से एक ही चरण में विधानसभा चुनाव होते आए हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में ‘आप’ ने 70 में से 62 सीटें और बीजेपी ने आठ सीटें हासिल की थीं.
इससे पहले सोमवार को ईसीआई ने दिल्ली के लिए नई संशोधित मतदाता सूची जारी की. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले दो महीनों में दिल्ली का मतदाता आधार काफी बढ़ा है. अक्टूबर 2024 में कुल मतदाताओं की संख्या 1,53,57,529 थी. हालांकि, एक संक्षिप्त संशोधन के बाद, यह संख्या बढ़कर 1,55,24,858 हो गई है, जिसमें दिसंबर 2024 तक 1,67,329 नए मतदाता शामिल हुए. आयोग ने नए मतदाता पहचान पत्र प्राप्त करने के लिए झूठे और मनगढ़ंत दस्तावेज जमा करने के प्रति आगाह किया है.
दिल्ली में इस बार ‘त्रिकोणीय’ मुकाबला
इस बार मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. दिल्ली में लगातार दो विधानसभा चुनाव में शून्य सीट हासिल करने वाली कांग्रेस ने इस बार कई सीटों पर ऐसे प्रत्याशी उतारे हैं, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय बन गया है. नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित (जो कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं) को उम्मीदवार बनाया है. वहीं भाजपा ने इस सीट से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री रहे साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को प्रत्याशी बनाया है.
इस तरह देखें वोटर लिस्ट ऑनलाइन: https://electoralsearch.eci.gov.in
मोबाइल ऐप: नाम खोजने और अन्य चुनावी सेवाओं के लिए ‘वोटर हेल्पलाइन’ है. वहीं दिव्यांगजनों के लिए ‘सक्षम ऐप’ (ईसीआई का मोबाइल ऐप) है.
हेल्पलाइन: 1950 पर कॉल करें