अयोध्या, 10 जनवरी। एक वर्ष पहले पौष शुक्ल द्वादशी (22 जनवरी, 2024) को भारतवासियों ने त्रेतायुग के बाद एक बार फिर अपने आराध्य भगवान श्रीराम के स्वागत में घर-घर दीप जलाए थे। श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में बने भव्य मंदिर में जब श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई, तब प्रत्येक रामभक्त की आंखों से नेह की धारा बह रही थी। लगभग 500 वर्षों की प्रतीक्षा एवं संघर्ष के बाद यह दिन आया था।
श्रीरामलला की प्राणप्रतिष्ठा का एक साल पूरा
प्रत्येक भारतवासी का मन था कि श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को उत्सव की परंपरा में शामिल कर दिया जाए। जैसे रावण का वध करके प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटने की घटना को हमने दीपोत्सव के रूप में त्रेतायुग से आज तक अपनी स्मृति में संजोकर रखा है, उसी तरह श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के उत्सव को भी ‘दीपावली’ की भांति ही मनाया जाए।
तब भी पौष शुक्ल द्वादशी को ‘राम दीपावली’ के रूप में प्रतिवर्ष मनाने की बात की गई थी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय के अनुसार, हिंदू कैलेंडर के मुताबिक श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पौष शुक्ल द्वादशी (22 जनवरी 2024) को की गई थी इसलिए उसकी वर्षगांठ हिन्दू कैलेंडर के अनुसार ही पौष शुक्ल द्वादशी को मनाई जाएगी यानी अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 11 जनवरी को।
भव्य उत्सव की तैयारी
न्यास ने निर्णय लिया है कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ को ‘प्राण-प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव’ के नाम से भव्य रूप में मनाया जाएगा। राम मंदिर में 11 जनवरी से शुरू होने वाला यह महोत्सव 3 दिन तक चलेगा। देश के ख्याति प्राप्त भजन गायक रामलला की स्तुति करेंगे। तीन दिन एक बार फिर से अयोध्या को धार्मिक अनुष्ठानों, वैदिक मंत्रों, भजन कीर्तन और हनुमान चालीसा के पाठ से शोधित किया जाएगा। 11 जनवरी को यह पूजा दोपहर 12:20 बजे होगी। न्यास के अनुसार, जो लोग अयोध्या न जा पाएं वो अपने घरों को सजाएं, प्रसाद, पकवान बनाएं और शाम को श्रीराम की आरती का पाठ करें।
राम मंदिर के गर्भगृह से लेकर मंदिर परिसर को भी फूलों और आकर्षक लाइटों से जगमग किया जाएगा. देर शाम होते ही दीपमालाओं से राम मंदिर परिसर को जगमग किया जाएगा. इस दौरान राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर, अनुष्ठान मंडप, यात्री सुविधा केंद्र के प्रथम स्थल और अंगद टीला पर धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन संपन्न किए जाएंगे. इस मौके पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के आमंत्रण पर देश भर के अलग-अलग इलाकों से आए 110 साधु संत और 2000 अतिथि मौजूद रहेंगे.
रामलला को सोने चांदी से जड़ित वस्त्र और आभूषण से भव्य श्रृंगार के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाआरती करके समारोह का आगाज करेंगे. जिसका लाइव प्रसारण किया जायेगा. वर्षगांठ को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महोत्सव के रूप में मना रहा है.