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श्रीनगर, 16 फरवरी। मूल निवास, भू-कानून समन्वय समिति की ग्राम जन जागृति यात्रा रविवार को नगर पंचायत कीर्तिनगर के जाखणी क्षेत्र में पहुंची। इस दौरान आयोजित नुक्कड़ सभा में बड़ी संख्या में लोगाें ने प्रतिभाग कर जन जागृति यात्रा का समर्थन करते हुए पूर्णरूप से साथ देने का आश्वासन दिया।
नगर पंचायत कीर्तिनगर के जाखणी क्षेत्र में पहुंची जन जागृति यात्रा का स्थानीय लोगों ने ढोल दमाऊं के साथ स्वागत किया। इस दौरान समिति के गढ़वाल संयोजक अरुण नेगी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीते डेढ़ साल से समिति उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में मूल निवास 1950 व मजबूत भूमि कानून की मांग को लेकर व्यापक स्तर पर आंदोलन चला रहा है।
उत्तराखंड बनने के बाद गांवों से लगातार पलायन जारी है, उसके बावजूद भी प्रदेश में बाहरी लोगों के आने से लगातार जनसंख्या बढ़ती जा रही है। बाहरी लोगों के साथ ही यहां की आम जनता को भी केवल स्थायी निवास प्रमाण पत्र मिल रहा है, जिससे यहां के मूल निवासियों की पहचान समाप्त हो रही है। समिति के सदस्य चंद्रमोहन चौहान और सामााजिक कार्यकर्ता गणेश भट्ट ने कहा कि पृथक राज्य की मांग को लेकर 42 लोगों ने अपनी शहादत दी।
हजारों लोगों के त्याग और बलिदानाें के परिणाम पृथक उत्तराखंड राज्य मिला। लेकिन राज्य बनने के बाद यहां के मूल निवासियों की स्थिति इतनी बुरी हो गई है कि अब अपने ही राज्य में मूल निवास मांगने के लिए भी आंदोलन का सहारा लेना पड़ रहा है। उन्होंने मौजूद लोगों से आंदोलन को और मजबूती करने में सहयोग देने की अपील की। इस मौके पर रामलाल नौटियाल, आनंद रावत ,हर्षमोहन चौहान, सुभाष रावत, मान सिंह, मीनाक्षी पोखरियाल, विजया रावत, मानिया चौहान, नीमा देवी, अनिता देवी, सलोनी, जसपाल नेगी, तनुज, जसवंत नेगी, अभिषेक व वीरेंद्र राणा आदि मौजूद थे।