श्रेष्ठन्यूज़ देहरादून उत्तराखंड संपादक वन्दना रावत।
RANCHIJHARKHAND STATE21 JUNE 2022File Photo of Former Jharkhand Governor Draupadi Murmu who will be the President Candidate for National Democratic Alliance (NDA) in upcoming Presidential Election in Ranchi on Tuesday, June 21, 2022. Photo by-Rajesh Kumar Photojournalist C/o Sen Studio, 15-Purulia Road, Ranchi-834001, Jharkhand Mobile +91 9939889897 Mail-rajeshkumar.ranchi1@gmail.com

देहरादून भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को ख़त्म हो रहा है और संविधान के मुताबिक़ नए राष्ट्रपति का चुनाव उससे पहले पूरा हो जाना चाहिए। इसी को देखते हुए चुनाव आयोग ने 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा की है। वही जिसमें नई दिल्ली में आज 24-June 2022 शुक्रवार को प्राप्त जानकारी के अनुसार एनडीए द्रौपदी मुर्मू ने आज (NDA) की राष्ट्रपति उम्मीदवार ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।
वही इस मौके पर (पीएम) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत एनडीए के बड़े नेता और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। वही इसी के साथ इस अवसर पर पीएम मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा उनके प्रस्तावकों में शामिल रहे। वहीं इससे एक दिन पहले दिल्ली पहुंचने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक अगले आम चुनाव 2024 में होने हैं। कई निर्णायक क्षणों में राष्ट्रपति की महत्वपूर्ण भूमिका के मद्देनज़र जुलाई में राष्ट्रपति चुनाव के संभावित उम्मीदवार पर सरकार और विपक्षी दलों में गहमागहमी तेज़ हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके गठबंधन दलों ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर वैसे तो कई क्षेत्रीय दलों के लिए पसोपेश की स्थिति पैदा कर दी है।
बता दे कि राष्ट्रपति को चुनने वाले इलेक्टोरल कॉलेज में संसद के दोनों सदनों के अलावा विधानसभा और केंद्र शासित प्रदेशों के सदस्य होते हैं। 29 जून तक नामांकन, 18 जुलाई को मतदान और 21 जुलाई को नतीजा आएगा। वही जिसमें राष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल वोट वेटेज 10,80,131 है. जिस उम्मीदवार को 5,40,065 से ज्यादा वेटेज मिलेगा, वही जीतेगा।, 767 सांसद (540 लोकसभा, 227 राज्यसभा) और कुल 4033 विधायक राष्ट्रपति चुनेंगे. हर सांसद के वोट का वेटेज 700 है यानी कुल वेटेज 3,13,600 होता है।, विधायकों के वोट का वेटेज राज्य की आबादी और कुल विधायकों की संख्या से तय होता है।, यूपी में प्रति विधायक 208 और सिक्किम में सिर्फ़ 7 है। वही जिसमें कुल 4033 विधायकों का वेटेज 5,43,231 है। इस तरह चुनाव के लिए कुल वेटेज 10,80,131 होता है। जिसमें जीतने के लिए 50% यानी 5,40,065 से ज्यादा चाहिए।
इस दौरान सबसे बड़ी दुविधा झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के लिए है. कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) उनकी सरकार में शामिल हैं। और ये तीनों पार्टियां विपक्षी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की प्रमुख घटक हैं। लिहाजा, स्वाभाविक तौर पर राष्ट्रपति चुनाव के लिए उनका समर्थन यूपीए के आधिकारिक प्रत्याशी और झारखंड की हजारीबाग लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रहे पूर्व नौकरशाह यशवंत सिन्हा को मिलना चाहिए। सूत्रों के हवाले मिली ताजा जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव में संख्या बल के आधार पर भाजपा नीत राजग मजबूत स्थिति में है और उसे यदि बीजद या आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस जैसे दलों का समर्थन मिल जाता है तो उसकी जीत निश्चित हो जाएगी।
इस दौरान झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू आगामी राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार हैं और आज वह अपना नामांकन दाखिल करेंगी। इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यूपीए से भी एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की अपील की है।
साथ ही प्राप्त जानकारी के अनुसारसबसे बड़ी दुविधा झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के लिए है. कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) उनकी सरकार में शामिल हैं और ये तीनों पार्टियां विपक्षी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की प्रमुख घटक हैं। स्वाभाविक तौर पर राष्ट्रपति चुनाव के लिए उनका समर्थन यूपीए के आधिकारिक प्रत्याशी और झारखंड की हजारीबाग लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रहे पूर्व नौकरशाह यशवंत सिन्हा को मिलना चाहिए।
साथ ही केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके गठबंधन दलों ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर वैसे तो कई क्षेत्रीय दलों के लिए पसोपेश की स्थिति पैदा कर दी है।बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा।