देहरादून। भारत की प्रमुख नवीकरण योग्य ऊर्जा कंपनी रिन्यू पावर ने अपने ‘गिफ्ट वार्म्थ’ कैम्पेन का 8वां संस्करण लॉन्च किया है। इस पहल के जरिये कंपनी दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड और कर्नाटक समेत दस राज्यों में 300,000 कंबलों का वितरण करेगी। इस महत्वाकांक्षी अभियान की शुरुआत दिसंबर 2022 में हुई है और यह जनवरी 2023 के पूरे महीने जारी रहेगा। इनमें से 10,000 कंबल रुद्रप्रयाग राज्य में वितरित किये जाएंगे।
इस साल के कैम्पेन का लक्ष्य पिछले संस्करण से काफी बड़ा है, जब कंपनी ने लगभग 220,000 कंबल वितरित किये थे। गिफ्ट वार्म्थ की शुरूआत 2015 में हुई थी, ताकि भारत में तेज सर्दी का सामना करने वाले नागरिकता से वंचित और बेघर लोगों की मदद की जा सके। वितरण की प्रक्रिया रिन्यू पावर के पवन एवं सौर संयंत्रों में होगी, जहाँ रिन्यू के कर्मचारी उन जिला अधिकारियों के साथ होंगे, जोकि लक्षित जिलों में लाभार्थियों की पहचान करेंगे। कैंपेन की शुरुआत जिला स्तर पर विधिवत लॉन्च से होगी, जिसके बाद सावधानी से चुनी गई जगहों के आस-पास तहसील और ग्रामीण स्तर पर वितरण होगा। यह अभियान छोटे पैमाने के उन व्यवसायों की प्रत्यक्ष तौर पर सहायता करता है, जिनसे कंबल प्राप्त किये जाते हैं और इस प्रकार स्थानीय अर्थव्यवस्था को मदद मिलती है। कंबलों का वितरण रात में कंपनी के कर्मचारियों द्वारा शरण स्थलों पर दान के रूप में किया जाएगा।
इस कैम्पेन को लेकर अपना उत्साह व्यक्त करते हुए, रिन्यू पावर की चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर वैशाली निगम सिन्हा ने कहा कि रिन्यू में,जरूरत पड़ने पर समुदायों को कुछ देना हमेशा से हमारा लक्ष्य रहा है और हमें गिफ्ट वार्म्थ के आठवें सफल संस्करण की शुरूआत करते हुए गर्व हो रहा है। हमारे देश के कुछ इलाकों में तेज ठंड पड़ती है, जिससे हर साल ऐसे कई लोग प्रभावित होते हैं, जो हमारे समाज के सबसे कमजोर तबकों से आते हैं। हमें यह समझने की जरूरत है कि यह जलवायु परिवर्तन का प्रत्यक्ष प्रभाव है, जिसमें हम थोड़े समय की, लेकिन तेज ठंड देख रहे हैं। हमें अपने उन कर्मचारियों पर गर्व है, जो बड़ी लगन से इस पहल के साथ जुड़े हैं और स्थानीय अधिकारियों के साथ जमीन पर काम करेंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद की जा सके। आने वाले संस्करणों के लिये हमने अपने वितरण की संख्या को बढ़ाने और कॉर्पाेरेशंस को इस तरह के अभियान चलाने और अपने साथी नागरिकों की ओर मदद का हाथ बढ़ाने के लिये प्रोत्साहित करने की योजना बनाई है।