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मनी मैनेजमेंट स्किल बेहतर भविष्य के लिए आवश्यकः बद्रीश

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नरेन्द्रनगर। धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेन्द्रनगर में राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा वित्तीय साक्षरता और डिजिटल कौशल विकास विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो. आशुतोष शरण, और मुख्य वक्ता के रूप मे उपस्थित भारतीय स्टेट बैंक नरेंद्र नगर के शाखा प्रबन्धक बद्रीश द्विवेदी और किरण मैठानी, सर्विस मैनेजर, भारतीय स्टेट बैंक, नरेंद्र नगर द्वारा माँ सरस्वती के सम्मुख पुष्प अर्पित कर संयुक्त रूप से किया गया। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुये प्रभारी प्राचार्य प्रो. आशुतोष शरण  ने कहा कि हम सभी के लिए मनी मैनेजमेंट स्किल बेहतर भविष्य के लिए आवश्यक है। इसलिए यह महत्तवपूर्ण हो जाता है कि इस प्रकार के कौशल बच्चे स्कूलध्कॉलेज समय मे ही सीख जाए ताकि भविष्य मे वित्तीय समस्या का सामना नहीं करना पड़ें।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं  शाखा प्रबन्धक, भारतीय स्टेट बैंक, नरेंद्र नगर, बद्रीश द्विवेदी ने छात्रों को शून्य बैलेन्स के साथ बैंक मे खाता खोलने हेतु प्रोत्साहित किया  तथा अपराधी ठगी से बचने के उपाय बताये। कहा कि स्टूडेंट्स को बजट बेसिक्स जानना भी बेहद जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि आज डिजिटल युग मे ऑनलाइन मनी ट्रैंजैक्शन, डिजिटल वालेट्स और ऐसी अन्य सुविधाओं से जहाँ एक और हमारा जीवन काफी आसान बन गया है वही दूसरी और चोरी तथा धोखे के भी नए रास्ते खुले है। आज हमारी वित्तीय जानकारी कई प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध रहती है जो कि हैकर्स को आसानी से मिल सकती है और हम धोखाधड़ी के शिकार बन जाते है इसलिए डिजिटल तकनीक का उपयोग करते हुये सुरक्षा उपायों जैसे अपना पासवर्ड शेयर न करना, वित्तीय जानकारी ऑनलाइन न देना, केवल विश्वनीय प्लेटफॉर्म से अपने वित्तीय लेनदेन करना शामिल है।
भारतीय स्टेट बैंक नरेंद्रनगर शाखा की सर्विस मैनेजर किरण मैठानी ने बताया कि किस प्रकार भारत और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनायेँ जैसे प्रधानमंत्री सुरक्षा योजना, अटल पेंशन, सुकन्या खाता, मुद्रा योजना आदि आमजन के लिए लाभदायक है उन्होने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा के तहत मात्र 20 रुपए से 2 लाख तक का दुर्घटना बीमा और मात्र 342 रुपए मे 2 लाख मूल्य का जीवन बीमे का लाभ ले सकते है 

   राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी एवं संयोजक डॉ. संजय ने कहा कि वित्तीय साक्षरता कौशल आम व्यक्ति को स्मार्ट निर्णय लेने मे मदद करता है जिससे व्यक्ति अपने पैसे का समुचित उपयोग करने मे समर्थ होता है जिससे उनमे सुरक्षित भविष्य की भावना जागृत होती हैप्डिजिटल क्रांति ने दुनिया भर मे अमूलचुल  परिवर्तन किया है जैसे डिजिटल भुगतान, डिजिटल एजुकेशन, ई स्वच्छता और सरकारी योजनाओं तक एक आम व्यक्ति की पहुँच को आसान बना दिया है। कार्यशाला के अंतर्गत भाषण, पोस्टर और निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया प् निबंध प्रतियोगिता मे प्रथम स्थान शीतल नेगी बी.एस.सी प्रथम वर्ष ने, द्वितीय स्थान तेजस तड़ियाल एम. कॉम द्वितीय वर्ष एवं तृतीय स्थान अम्बिका सेमवाल बी.एस.सी प्रथम वर्ष ने प्राप्त किया वही पोस्टर प्रतियोगिता मे सुनीता थापा बी. कॉम प्रथम वर्ष ने प्रथम स्थान हासिल किया वही नेहा जोशी बी.एस.सी तृतीय वर्ष द्वितीय स्थान और प्रिया धमन्दा बी.एस.सी होम साइंस तृतीय वर्ष ने तृतीय स्थान प्राप्त करने मे सफल रही प्साथ ही भाषण मे नेहा जोशी बी.एस.सी तृतीय वर्ष प्रथम स्थान प्राप्त करने मे सफल रही। निर्णायक मण्डल के रूप मे डॉ. सपना कश्यप, डॉ. राजपाल सिंह रावत, डॉ.सुधा रानी, डॉ.सृचना सचदेवा, डॉ. बी.पी. पोखरियाल, डॉ. आराधना सक्सेना शामिल रहे। डॉ सृचना सचदेव ने मंच का संचालन किया। कार्यशाला मे डॉ. उमेश चंद्र मैठानी, डॉ. संजय महर, डॉ नताशा, डॉ. सोनी तिलारा, डॉ. विक्रम बर्तवाल, डॉ.राकेश नोटियाल, डॉ. चेतन भट्ट, डॉ. ज्योति शैली, दीपेन्द्र कोटियाल, सुरवीर दास, लक्ष्मी कैठेत, विशाल त्यागी, मीना चैहान, अजय, शीशपाल, भूपेंद्र, भागेशवरी, मनीष और छात्र छात्राओं मं महेश, सार्थक, प्रिया, नीतू, नूतन आदि के साथ साथ समस्त स्टाफ और सभी छात्र उपस्थित रहे।

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