देहरादून, 26 दिसम्बर। गणतंत्र दिवस परेड-2025 के लिए नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित की जाने वाली झांकी में उत्तराखंड राज्य ‘साहसिक खेल’ (एडवेंचर स्पोर्ट्स) का भारत सरकार द्वारा चयन कर लिया गया है. उत्तराखंड की झांकी के डिजायन, मॉडल और संगीत को उत्कृष्ट पाए जाने के बाद चयन किया गया है.
महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने बताया कि अक्टूबर में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन गठित विशेषज्ञ समिति को कुल 34 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों ने अपने-अपने प्रस्ताव भेजे थे, विभिन्न बैठकों में नोडल अधिकारी और संयुक्त निदेशक सूचना श्री के.एस.चौहान ने विशेषज्ञ समिति के सम्मुख उत्तराखण्ड राज्य की झांकी के डिजायन, मॉडल और संगीत का प्रस्तुतीकरण किया था। भारत सरकार द्वारा राज्य की झांकी के डिजायन, मॉडल तथा संगीत को उत्कृष्ट पाए जाने के उपरान्त अन्तिम चयन कर लिया गया है।
उत्तराखंड की झांकी के डिजायन और संगीत का हुआ था प्रस्तुतीकरण
सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि अक्टूबर (2024) में रक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अधीन गठित विशेषज्ञ समिति को कुल 34 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने अपने-अपने प्रस्ताव भेजे थे. विभिन्न बैठकों में नोडल अधिकारी और सूचना संयुक्त निदेशक ने उत्तराखंड की झांकी के डिजायन, मॉडल और संगीत का प्रस्तुतीकरण किया था.
उत्तराखंड सहित कुल 15 प्रदेशों की झांकी होगी परेड में शामिल
उन्होंने बताया कि इस बार उत्तराखंड सहित कुल 15 प्रदेशों की झांकी का गणतंत्र दिवस परेड के लिए अंतिम चयन हुआ है. जिसमें आंध्र प्रदेश, बिहार, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटका, मध्यप्रदेश, पंजाब, त्रिपुरा, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़ सहित दादर नागर हवेली और दमन केन्द्र शासित प्रदेश का चयन किया गया है.
झांकी में अग्र भाग में प्रसिद्ध ऐपण कला दिखाई गयी
उत्तराखंड की झांकी में इस बार झांकी के अग्र भाग में प्रसिद्ध ऐपण आर्ट को बनाते हुए उत्तराखंडी परिधान में महिला को दिखाया गया है और झांकी के मध्य और पिछले भाग में साहसिक खेल जैसे रॉक क्लाइंबिंग, पैराग्लाइडिंग, जंपिंग, हिल साइकलिंग, ट्रैकिंग, रिवर राफ्टिंग, औली में स्कीइंग और ऋषिकेश में जिप-लाइनिंग और रॉक क्लाइंबिंग को दिखाया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे राज्य के लिए गर्व का विषय है कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए उत्तराखंड की झांकी का चयन हुआ है. इस बार झांकी में उत्तराखंड की पहचान, प्राकृतिक सौंदर्य और एडवेंचर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारा राज्य न केवल अपने आध्यात्मिक और प्राकृतिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि यह साहसिक खेलों के क्षेत्र में भी अग्रणी है.