नई दिल्ली, 3 जनवरी। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया. इसको लेकर कई क्रिकेट दिग्गजों ने खुशी जाहिर की है क्योंकि वह मानते थे कि रोहित शर्मा का टेस्ट करियर लगभग खत्म हो चुका है. तो वहीं कुछ दिग्गज इससे खफा नजर आ रहे है, क्योंकि उन्हें लगता था कि एक विश्व विजेता कप्तान के साथ ऐसे नहीं होना चाहिए था कि उसे बीच दौरे में बाहर कर दिया जाए.
इसी कड़ी में अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने बड़ा बयान दिया है. सिद्धू ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के निर्णायक पांचवें टेस्ट से कप्तान रोहित शर्मा को बाहर करने के भारतीय टीम प्रबंधन के फैसले की जमकर निंदा की है. इस पर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक वीडियो भी शेयर की है, जिसमें उन्होंने रोहित के साथ जो हुआ उसे अच्छा नहीं बताया है.
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, ‘कप्तान को कभी भी बीच में नहीं हटाया जाना चाहिए और न ही बाहर होने का विकल्प दिया जाना चाहिए. इससे गलत संकेत जाते हैं. मार्क टेलर, अजहरुद्दीन आदि जैसे कप्तानों को खराब फॉर्म के बावजूद एक साल तक कप्तान के रूप में बने देखा है. रोहित प्रबंधन से अधिक सम्मान और विश्वास के हकदार थे. विचित्र है क्योंकि यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ’.
सिद्धू ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘बड़ी बात है कि रोहित शर्मा को टीम से बाहर कर दिया गया है. कप्तान कोई ऑप्शन नहीं है कि वो टीम के हित के लिए खुद को बाहर कर ले. मैनेजमेंट को कोई हक नहीं है कि वो कप्तान को बाहर बिठाए या उससे बाहर बैठने के लिए कहे. खासकर वह कप्तान जिसने देश की बहुत सेवा की है. उसने टीम बनाई हो, छोटे खिलाड़ियों को विश्वास देकर फादर फिगर की इमेज बनाई हो. वो कप्तान इस जीत का हकदार नहीं है. रोहित काफी सम्मान वाला इंसान है. यह गलत फैसला है.
रोहित के पतन का कारण उनका खबरा फॉर्म और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में 3-0 से हारना था, इसके बाद अब वो ऑस्ट्रेलिया में भी अपना छाप नहीं छोड़ पाए हैं, जिसके चलते उन्हें सिडनी टेस्ट से हाथ धोना पड़ गया है.