Advertisement Section

1100 मिलियन यूनिट्स मिलती है रॉयल्टी के रूप में

Read Time:2 Minute, 29 Second

श्रेष्ठन्यूज़ देहरादून उत्तराखंड संपादक वन्दना रावत।

विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश का गरीब एवं मध्यम वर्गीय विद्युत उपभोक्ता महंगी बिजली की मार से परेशान है द्य इस परेशानी से निजात दिलाने को लेकर मोर्चा शीघ्र ही सरकार के समक्ष सस्ती बिजली दिलाने के उपायों पर वार्ता करेगा। नेगी ने कहा कि निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं/ केंद्रीय स्वामित्व वाली परियोजनाओं से सरकार को वर्ष 2020-21 में 1027.52 मिलियन यूनिट एवं 2021-22 में 1098.67 एम.यू. रॉयल्टी के रूप में क्रमशरू 2.32 ₹ प्रति यूनिट एवं 2.28  ₹के हिसाब से मिली द्य इसी प्रकार प्रदेश के स्वामित्व वाली जल विद्युत परियोजनाओं से भी प्रतिवर्ष हजारों एम.यू. बिजली उत्पादित होती है। कुछ बिजली बाहर से महंगे दामों पर विभाग की लापरवाही की वजह से जरूर खरीदनी पड़ती है, लेकिन इस फेर में आम उपभोक्ता पिस रहा है। नेगी ने कहा कि वितरण एवं ए.टी. एंड सी.   हांनियां लगभग 30 से 35 फ़ीसदी तक हैं, जो बिजली के दामों में बढ़ोतरी करने को सबसे बड़ा कारक है, इस पर प्रभावी अंकुश की जरूरत है।

नेगी ने कहा कि विभाग द्वारा उपभोक्ताओं से प्रति 100 यूनिट्स तक 2.90 ₹, 100 से 200 तक 4.20 ₹, 200 से 400 यूनिट तक 5.80 ₹ एवं 400 यूनिट्स से ऊपर 6.55 ₹ निर्धारित किया हुआ है, जोकि आमजन को लूटने के लिए काफी है। मोर्चा सरकार से 100 यूनिट के स्थान पर 200 यूनिट का स्लैब निर्धारित करने एवं लाइन लॉस कम करने की मांग करेगा। पत्रकार वार्ता में मोहम्मद असद व प्रवीण शर्मा पिन्नी मौजूद थे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
Previous post बॉबी कटारिया ने दून कोर्ट में किया सरेंडर 25 हजार रुपए के निजी मुचलके पर रिहा
Next post दून में राष्ट्रीय सरस मेले का हुआ उद्घाटन।