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पत्रकारों के संवैधानिक अधिकारों पर होगी चर्चा

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देहरादून। उत्तराखंड वेब पोर्टल एसोसिएशन अगले वर्ष आगामी 6 जनवरी को जनपद हरिद्वार में प्रथम प्रेस महाकुंभ का आयोजन करेगी। जिसके लिए जोरशोर से तैयारियां की जा रही है। इसकी जानकारी देते हुए वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक मामलों के विष्लेषक जीतमणी पैन्यूली ने कहा कि  350 से ज्यादा पत्रकारों ने राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना काल में राष्ट्र की सेवा करते अपना बलिदान दिया है।उन्हें विश्वास था कि सरकारी सेवकों की तरह हमारे परिवार को सरकारें कर्मचारियों की मृत्यु होने पर अनुग्रह राशि देगी। किन्तु देश के लोकतंत्र का चैथा स्तम्भ समझे जाने वाले पत्रकार को और उसके परिवार को उनके हाल पर छोड़ने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने 30 मई 2021 से 5 जून तक आपातकाल के समय धरना प्रदर्शन मोन व्रत अपने आवास लिखवार गाँव प्रतापनगर टिहरी उत्तराखंड में किया। जिस खबर को  देहरादून से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र में प्रकाशित किया गया था। देश के युवा वैज्ञानिक डॉ शैलेन्द्र कुमार बिरानी  ने सुप्रीम कोर्ट में पेश करवाने का कार्य किया। ।खबर का संज्ञान सुप्रीम कोर्ट ने लिया है और 23 नवंबर 2022 को सरकार को भेज दिया। पैन्यूली ने कहा कि उस पर देश के महामहीम राष्ट्रपति को निर्णय लेना है।
किन्तु साल भर से ज्यादा हो गया है,इसपर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। वरिष्ठ पत्रकार पैन्यूली ने कहा कि देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 दिसम्बर 2021 में  अमेरिका के राष्ट्रपति बाउडन द्वारा बुलाए गए 110 राष्ट्रों के  वर्चुअल सम्मेलन में उनके समक्ष पत्रकारों को और अधिक मजबूत करने के लिए अपनी सरकार का  सच का  प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है । उन्होेंने कहा कि  उस सच को प्रधानमंत्री  इस  महान सम्मेलन के आयोजन में भाग लेने वाले लोगों का  प्रस्ताव अवश्य  स्वीकार कर  शीघ्र लागू करने का काम दुनिया के110 सामने देश को सच बताने का बचन  पूरा करने का  काम  करेंगे। विगत गत7 जून 2023 से गांधी पार्क देहरादून में धरना प्रदर्शन मोन व्रत लेते हुए प्रेस को संवैधानिक अधिकार के लिए लंबित कार्य को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है। सामाजिक विष्लेषक पैन्यूली ने कहा कि देश में लाखों अखबार तो रोज 16 ,36 पेज के खबरों से अटे पढ़ें रहते हैं। पत्रकारों ने खुद को इतना कायर बना दिया है कि वे इतनी बड़ी संख्या में पत्रकारों को बलिदान करते हुए देख सकते हैं और अपने आने वाली पीढ़ी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए अपने संवैधानिक अधिकार मांगने पर न्यूज कुछ भी नहीं प्रकाशित करते हैं । जिसके चलते बड़े पैमाने पर कलमकार स्वयं साजिश के शिकार होते जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि पत्रकारिता करने वाले स्वधर्म के पालन करने वाले लोगों का जीवन स्तर ठीक से पोषण होने के साथ साथ आपकी खोई हुई प्रतिष्ठित छवि को उभारने के लिए उत्तराखंड वेब पोर्टल एसोसिएशन देहरादून द्वारा व 6 जनवरी 2024 को प्रेस महा कुम्भ देव भूमि उत्तराखंड के हरिद्वार पंत द्वीप में आयोजित  करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रथम प्रेस महाकुंभ महा कुम्भ को सफल बनाने के लिए विश्व प्रसिद्ध श्री बद्रीनाथ मंदिर के पूज्य रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूरी ने शुभकामनाएं दी हैं। 06 जनवरी 2024 को दिन महाकुंभ में पहंुचने वाले सभी  भोजन की व्यवस्था भारतीय किसान यूनियन के  राष्ट्रीय अध्यक्ष सोम दत्त शर्मा जी की यूनियन की ओर से किया जा रहा है । बाकी रहने, 6000 लोगों के लिए बैठने के लिए पंडाल, अखबारों की प्रदर्शनी हाल, आजादी से अब तक देश के विकास में प्रेस की भूमिका, साउंड एलईडी की व्यवस्था पत्रकारों की ओर से होनी है। जिसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही है।

  

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