श्रेष्ठन्यूज़ देहरादून उत्तराखंड संपादक वन्दना रावत।
रावत ने कहा कि उन्होंने अग्निवीर योजना के विरोध में राजनीतिक टोटका किया था। अब 14 को गैरसैंण और फिर 15 को अल्मोड़ा में जाकर भी जनता से जुड़े मुद्दों पर आवाज उठाएंगे। यह भी टोटका ही हैं। कांग्रेस के भीतर अपने विरोध पर रावत ने कहा कि यह उनके टोटकों का ही कमाल है कि जो लोग थोड़ा झपकी लेने लगे थे, अब वह भी जाग गए हैं। पार्टी में उनकी भूमिका जेठानी की है जो साथी देवरानियों को जगाती रहती है। चलिए देवरानियां जागीं तो सही।
पार्टी में गुटबाजी की खबरों के बीच पूर्व सीएलपी प्रीतम सिंह ने भी अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि कालिदास दो चीजों के लिए जाने जाते हैं। एक अपनी विद्वता और दूसरा जिस डाल पर बैठे थे, उसी को काटने के लिए। इसलिए प्रीतम सिंह कालिदास नहीं हैं, जो जिस डाल पर बैठे हैं, उसी को काट दें। उनके अनुसार, पार्टी में किसी तरह की कोई गुटबाजी नहीं है। उन्होंने कहा कि हरीश पार्टी के बड़े नेता हैं। अगर वह अकसर उन्हें याद करते हैं तो अच्छी बात है। देहरादून-हरिद्वार में बैठकों के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कहीं बुलाया जाता है, वहां जाने में किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।