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स्वास्थ्य शिविर स्थगित किए जाने पर क्षेत्रवासियों ने जताया रोष

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देहरादून। सरस्वती विहार में सोमवार को आयोजित होने वाला स्वास्थ्य शिविर स्थगित किए जाने पर क्षेत्रवासियों ने रोष जताया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाना था जिसमें डेंगू के निशुल्क टेस्ट के साथ दवाई भी वितरित की जानी थी। जिसका प्रचार प्रसार क्षेत्र की आशा बबली मंमगाई और सरस्वती विहार विकास समिति अजबपुर खुर्द देहरादून द्वारा क्षेत्र में पिछले दो दिन से किया जा रहा था, लेकिन चिकित्सा शिविर के कुछ घंटे पूर्व ही स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम स्थगित करने की सूचना दी गई जिसको क्षेत्रवासियों ने सरासर गलत बताया है।
समिति के सचिव गजेंद्र भंडारी ने कहा कि वार्ड 52 के अंतर्गत सरस्वती विहार अजबपुर खुर्द देहरादून का डेंगू में सबसे सेंसेटिव जोन है। इसके बावजूद भी स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा स्वास्थ्य शिविर को टालना दुर्भाग्यपूर्ण है, यहां पर हर दूसरे घर में डेंगू के मरीज हैं। और यहां पर डेंगू से नौ लोगों की जान भी जा चुकी है इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग रायपुर की टीम द्वारा स्वास्थ्य शिविर को हल्के में लेना, क्षेत्र के डेंगू के मरीजों की जान जोखिम में डालने जैसा है। श्री भंडारी ने ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत करने की बात कही जो जनता की जान को जानबूझकर जोखिम में डाल रहे हैं। श्री भंडारी ने कहा कि सायं 4 बजे निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का फायदा उठाने के लिए काफी बुजुर्ग लोग सामुदायिक भवन में पहुंच गए थे क्योंकि उन तक समय पर स्वास्थ्य शिविर स्थगित होने की बात नहीं पहुंच पाई, श्री भंडारी ने सभी बुजुर्गों के सामने खेद प्रकट करते हुए कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर ने खुद ही हमारे क्षेत्र में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाने की बात कही और खुद ही स्वास्थ्य शिविर को समय से पूर्व स्थगित कर दिया जो कि न्याय संगत नहीं है, वहां पर उपस्थित सभी बुजुर्गों ने स्वास्थ्य शिविर स्थगित करने को लेकर नाराजगी प्रकट की। इस अवसर पर समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बी एस चौहान उपाध्यक्ष कैलाश राम तिवारी वरिष्ठ मंत्री अनूप सिंह फत्याल, मूर्ति राम बिजलवान, दिनेश जुयाल, जयप्रकाश सेमवाल, सुबोध मैठानी, सी एम पुरोहित, बग्वालिया सिंह रावत, जयपाल सिंह बर्त्वाल, ए सी रमोला, आशीष गुसाईं, आदि उपस्थित थे।

  

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