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बूढ़ाकेदार में भूस्खलन से मां-बेटी जिंदा दफन

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नई टिहरी। भिलगंना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में शुक्रवार को बादल फटने से बाल नदी में भारी बाढ़ आ गई। जिस से ग्राम गेंवाली,तोली, जखाणा, विसन, तिनगढ, और बूढ़ाकेदार तक ग्रामीणों की सैकड़ों नाली कृषि भूमि बह गई। आपदा प्रभावित क्षेत्र बूढ़ाकेदार के तोली गांव में भूस्खलन होने से मां बेटी जिंदा दफन हो गए हैं। पूरे घाटी में लोग डरे सहमे हुए हैं। मृतक महिला का नाम सरिता देवी (37) पत्नी वीरेंद्र लाल,अंकिता (15)पुत्री वीरेंद्र लाल। पति वीरेंद्र लाल ने किसी तरह भागकर जान बचाई। सड़क ध्वस्त होने के कारण गांव में प्रशासन की टीम नहीं पहुंच सकी है।
इससे पहले शुक्रवार को बूढ़ाकेदार में एक मकान भी बाढ़ से बह गया। घर में रहने वाले ग्रामीणों ने किसी तरह रात को भागकर जान बचाई। विनयखाल-जखाना मोटर मार्ग का बड़ा हिस्सा भी बाल गंगा के उफान में बह गया। क्षेत्र के कई गांवों की बिजली आपूर्ति और पेयजल आपूर्ति भी ठप हो गई। प्रशासन बाढ़ से हुये नुकसान का आंकलन कर रहा है। बाल गंगा तहसील की पट्टी थाती में बीती रात लगभग एक बजे भारी बारिश से जमकर तबाही हुई। गैंवाली गांव के मांदणा तोक के पास बादल फटने से बाल गंगा नदी में उफान आ गया। रात नदी में उफान की आवाज सुनकर गांव वाले जागकर घरों से बाहर आ गये। गैंवाली गांव में भी कई ग्रामीणों के घरों में पानी घुस गया। पूरे गांव में अफरा तफरी मच गई। ग्रामीणों ने एक दूसरे को फोन कर आसपास नदी किनारे रहने वाले ग्रामीणों को सतर्क किया। क्षेत्र के जखाना,तोली, तिनगढ़, विसन,आदि गांवों में सैंकड़ों नाली भूमि बाढ़ में बह गई। बूढ़ाकेदार में बाल गंगा नदी के किनारे बना ग्रामीण मनमोहन रावत का चार कमरों का आवासीय मकान भी बाढ़ में बह गया।

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