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टूरिस्ट स्थलों पर नकली, दूध, मावा व पनीर जैसे खाद्य सामग्री की सप्लाई ।

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श्रेष्ठन्यूज़ देहरादून उत्तराखंड संपादक वन्दना रावत।

देहरादून :- पर्यटन सीजन में मिलावटी खाद्य पदार्थ सप्लायरों पर शिकंजा कसना हमेशा काफी चुनौती भरा काम रहा है। सीजन शुरू होते ही टूरिस्ट स्थलों पर नकली, दूध, मावा व पनीर जैसे खाद्य सामग्री की सप्लाई होने लगी है। इसी कड़ी में मसूरी जैसे चर्चित हिल स्टेशन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मिलावटी दूध, पनीर और मावा जैसे आइटम पहुंचाने वाली पांच निजी गाड़ियों को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने गुरुवार को घेराबंदी कर पकड़ा। मसूरी डायवर्जन और सहस्त्रधारा रोड के बीच हुई छापेमारी की कार्रवाई के दौरान 5 अलग-अलग तरह के दुग्ध पदार्थों के सैंपल एकत्र कर उन्हें जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट के आधार पर खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के तहत कार्रवाई हो सकती है। इससे पहले पिछले एक सप्ताह में राज्य के बाहर से पर्यटक स्थलों पर मिलावटी खाद्य सामग्री पर कार्रवाई के तहत 20 दुग्ध कारोबारी के खिलाफ खाद्य सुरक्षा मानक 2006 के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई चल रही है। .देहरादून जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी के अनुसार इस तरह की लगातार शिकायतें मिल रही थी कि मसूरी जैसे हिल स्टेशन में पर्यटन सीजन शुरू होते ही राज्य के बाहर सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिहारीगढ़, छुटमलपुर जैसे इलाकों से मिलावटी दुग्ध पदार्थों की सप्लाई पहुंच रही है। इसी सूचना के आधार पर गुरुवार सुबह 4 बजे देहरादून के मसूरी डायवर्जन पर क्वालिटी चेकिंग के लिए घेराबंदी की गई। इस दौरान कुछ दुग्ध पदार्थों से भरे प्राइवेट वाहन विभाग की टीम को देखते ही भाग खड़े हुए। ऐसे में कार्रवाई करने पहुंची टीम ने मिलावटखोरों का पीछा किया। जिन्हें सहस्त्रधारा रोड पर घेराबंदी कर धर दबोचा गया। कार्रवाई के दौरान सहारनपुर, मुजफ्फरनगर से मसूरी के होटलों में सप्लाई के लिए जा रहे निजी वाहनों में भारी मात्रा में पनीर, मावा जैसी सामग्री बरामद हुई। प्रारंभिक जांच पड़ताल में मिलावट व नकली सामग्री की आशंका के चलते 5 सैंपल तत्काल एकत्र कर बाकी सामान को नष्ट किया गया। दुग्ध पदार्थों से संबंधित सैंपल को गवर्नमेंट लैब में भेजा गया है। रिपोर्ट आने के पश्चात कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। देहरादून खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी के अनुसार चारधाम यात्रा और पर्यटक सीजन शुरू होते ही उत्तराखंड में दुग्ध पदार्थों की आपूर्ति पूरी ना होने के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जनपदों से मिलावटी व नकली दूध, पनीर व मावा जैसी खाद्य सामग्री पर्यटक स्थलों के होटल, रेस्टोरेंट में ग्राहकों के समक्ष परोसी जाती। पर्यटन सीजन में इस तरह की खाद्य सामग्री की डिमांड बढ़ते ही बाहरी राज्यों से आने वाले मिलावटी सामग्रियों को सस्ते दामों में खरीदकर महंगे दामों में ग्राहकों को लूटा जाता है। ऐसे में लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें लगातार पर्यटन यात्रा सीजन शुरू होने से पहले से ही इस तरह की संदिग्ध खाद्य सामग्री पर नजर रख कानूनी कार्रवाई में जुटी हैं।

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