श्रेष्ठन्यूज़ देहरादून उत्तराखंड संपादक वन्दना रावत।
राजधानी से ब्रहस्पतिवार को उत्तराखंड में नई सरकार के गठन को लेकर टेंशन जारी है। 10 मार्च को उत्तराखण्ड में भाजपा चुनाव जीतने के बाद अभी तक राज्य के नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर नहीं लगा सकी है। वही, राज्य में सभी समीकरणों को साधने में मुख्यमंत्री पद के दावेदार लगे हैं। सूत्र बताते है कि उत्तराखण्ड में राजनीतिक चर्चाओं में कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। होली के बाद सीएम की घोषणा कर दी जाएगी। वही अब होली भी निपट गई लेकिन राज्य में सीएम पद का सुराग अभी तक नही दिख रहा है।
साथ ही वर्ष 2024 में लोकसभा के चुनाव में भाजपा पांचो सीटे फिर से हसिल करें। ऐसे में भाजपा कोई गलती नही करना चाहाती है। वही, उम्मीद लगाई जा रही है कि 19 मार्च को केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी उत्तराखंड आएंगी। जिसके बाद वे विधानमंडल दल की बैठक में भाग लेंगे। जिसमें मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी ने केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं। तमाम नेताओं से चर्चा परिचर्चा का दौर काफी हद तक पूरा हो चुका है।
अभी तक दिल्ली से सीएम के नाम की कोई जानकारी नही मिल पाई है। अब तो 19 व 20 मार्च को ही सीएम के नाम के पत्ते खुलेगें। किसके सिर पर ताज पोशी होगी ये 20-21मार्च को ही स्पष्ट पता चलेगा।वही सीएम पद की दौड़ में शामिल पूर्व सीएम डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के साथ ही वही राज्य के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ0 धन सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के साथ ही का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। वहीं इस सीएम दौड़ के साथ एक ओर खबर समाने आयी जिसमें महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के अचानक दिल्ली पहुंचने से राज्य की सियासत गर्मा गई है। बताया जा रहा है कि भगत सिंह कोश्यारी को सीएम धामी का राजनैतिक गुरु भी माना जाता है।
बता दें चुनाव के परिणाम भारतीय जनता पार्टी ने 5 राज्यों में से 4 प्रदेशों में पूर्ण बहुमत के साथ शानदार वापसी की। इसी के साथ ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार जीत हासिल कर भाजपा ने मिथक को भी तोड़ दिया। हालांकि, इन सबके बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी का खटीमा सीट से चुनाव हार जाना सबको चौंकाने वाला रहा। जिसके बाद से उत्तराखंड में सीएम फेस को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। सीएम फेस को लेकर दिल्ली से लेकर देहरादून तक सियासी मंथन जारी है। दिल्ली में बीजेपी के हाईकमान और राज्य के बड़े नेताओं की एक के बाद एक बैठक हो रही है। राज्य के नये सीएम फेस को लेकर पार्टी राजनीतिक और रणनीतिक दोनों स्तरों पर काम कर रही है।
बताया जा रहा है कि होली के अगले दिन 19 मार्च को विधायक दल की बैठक होगी। जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बनेगी। जिसके बाद 20 या फिर 21 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है। 23 मार्च से पहले पहले उत्तराखंड में नई सरकार के गठन की बात बीजेपी की ओर से कही जा रही है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रवींद्र जुगरान ने बताया नई सरकार के सीएम का शपथ ग्रहण भव्य और दिव्य होगा। इसके लिए प्रदेश प्रभारी ने संगठन के पदाधिकारियों को जरुरी निर्देश दिए गए हैं।