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लम्बगांव महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं का अपनी रचनात्मक और साहित्यिक कार्यक्रम सम्पन हुआ

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ध्यान से सुनियेगा औऱ11 लोगों को अवश्य शेयर कीजिएगा
11 का बड़ा महत्व खुसहाली के लिए है 11 गते मंन्गशीर्ष भगवान श्रीकृष्ण के वहाँ से जनता से विदा लेकर गुप्त सेम में गुप्तवास लिया है। इस पवित्र
स्थान  में धाम   को देखकर आप को स्वयं भगवान के दर्शन करने की अनुभूति जीवन में पहली बार होगी।
Will listen carefully and share with 11 people
The great importance of 11 is for happiness. this holy
Seeing the Dham in the place, you will have the feeling of seeing God himself for the first time in life.

टिहरी ,लम्बगांव महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपनी रचनात्मक और साहित्यिक प्रस्तुति से कार्यक्रम में समा बांधा। कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ सुनैना रावत द्वारा दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती की वंदना से की गई।
कार्यक्रमों में उत्तराखंड की लोक संस्कृति और लोक विरासत को केंद्र में रखकर उम्मीद का उत्सव रचा गया।


साहित्यिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में बोलते हुए महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ सुनैना रावत ने कहा कि उत्तराखंड सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद संपन्न राज्य है ऐसे में आवश्यकता है कि युवाओं को अपनी संस्कृति और लोक से जोड़ा जाए।
कविता पाठ प्रतियोगिता में काफी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया जिसमें कुसुम कंडियाल बीए द्वितीय वर्ष ने ग़ालिब की ग़ज़ल गाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। किरण बी .ए प्रथम वर्ष कविता पाठ में द्वितीय स्थान रहा। किरण बीएससी प्रथम वर्ष का भी द्वितीय स्थान रहा, तृतीय स्थान पर रहे दीपक।
भाषण प्रतियोगिता में दीपक चंद बीएससी प्रथम वर्ष ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, द्वितीय स्थान पर सूरज पंवार एवं जैनब रहे तथा तृतीय स्थान पर साक्षी बीए द्वितीय वर्ष रही।
एकल गान में रानी बीए. तृतीय वर्ष ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। अमीषा बीएससी प्रथम वर्ष द्वितीय स्थान पर रही। ओम पंवार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
अपनी कलाओं का प्रदर्शन करते हुए छात्र छात्राओं ने एकल नृत्य प्रतियोगिता में सोनम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। अंजली रांगड़ ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
लोक उत्सव धर्मिता उत्तराखंड की संस्कृति का प्राण है ।इसी कड़ी में अनूप चंद सोनी ने प्रथम स्थान युगल नृत्य में प्राप्त किया। एकता और अमिता ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया बबली और नीलम बीएससी प्रथम वर्ष ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
साहित्यिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का संयोजन महाविद्यालय की साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की संयोजक श्रीमती प्रियंका डिमरी, श्रीमती अनुजा रावत एवं डॉ शुभम उनियाल ने किया।
महाविद्यालय की साहित्यिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला में व्यापक संख्या में छात्र– छात्राओं ने प्रतिभागिता की।
इस कार्यक्रम में डॉ सतेंद्र कुमार पांडे, डॉ भरत सिंह राणा, डॉ विजय राणा, डॉक्टर मयनी चौधरी,  रविंद्र कुमार , मयंक सिंह, डॉ अब्दुल बहाव, डॉ मनवीर सिंह कंडारी, डॉ भरत सिंह चुफाल, बलवीर सिंह चौहान एवं महाविद्यालय के कर्मचारी गण श्री बलवीर सिंह बिष्ट श्री प्रदीप रावत मधु श्री सोबन सिंह राणा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की रसमयता ने छात्र छात्राओं को कार्यक्रम और गीत संगीत के लय –ताल में गहरे तक डूबने के लिए विवश किया।

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