बैजरो पौड़ी गढ़वाल, 27 जनवरी। उत्तराखंड में गुरु शिष्या के रिश्ते को कलंकित करने का मामला सामने आया है. यह मामला पौड़ी गढ़वाल के धुमाकोट थाना क्षेत्र के एक इंटर कॉलेज का है. जहां स्कूल में तैनात दो शिक्षकों के खिलाफ एक नाबालिग 11वीं की छात्रा से छेड़छाड़ के प्रयास के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, छात्रा के साथ छेड़छाड़ का प्रयास का मामला सामने आने के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई है. साथ ही मामले में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
दो शिक्षकों पर अश्लील हरकत और छेड़छाड़ का प्रयास करने का आरोप
दरअसल, 11वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा के पिता ने धुमाकोट थाने में एक तहरीर दी है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी के साथ स्कूल के दो शिक्षकों ने अश्लील हरकत और छेड़छाड़ का प्रयास किया. साथ ही यह बात किसी को बताने पर फेल करने की धमकी भी दी. पीड़िता का आरोप है कि 28 दिसंबर 2024 को नागरिक शास्त्र विषय के प्रवक्ता ने छेड़खानी का प्रयास किया. इसके बाद 31 दिसंबर 2024 को दूसरे शिक्षक ने भी अश्लील हरकत और छेड़छाड़ का प्रयास किया.
आरोपी गुरुओं ने छात्रों को फेल करने की धमकी दी
छात्रा के विरोध करने पर आरोपी दूसरे अध्यापक ने भी उसे फेल करने की धमकी दी। इस घटना के बाद छात्रा गुमसुम रहने लगी. साथ ही स्कूल जाने से भी मना करने लगी. ऐसे में 22 जनवरी 2024 को जब छात्रा स्कूल जाने से मना करने लगी तो परिजनों ने जोर डालकर इसका कारण पूछा. तब छात्रा ने आपबीती बताई और शिक्षकों के काले करतूतों को भी उजागर किया. जिस सुन छात्रा के परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई. इसके बाद परिजन सीधे धुमाकोट थाने पहुंचे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
पाक्सो एक्ट में दोनों गुरुजी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
फिलहाल, पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद दोनों शिक्षकों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और छेड़छाड़ की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि आरोपी शिक्षक अभिभावक अध्यापक संघ के माध्यम से स्कूल में नियुक्त किए गए थे. शिक्षा विभाग ने भी इस मामले में जांच शुरू करने और दोषी पाए जाने पर शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.
इस संबंध में धुमाकोट थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. मामला काफी गंभीर है, ऐसे में मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं. दोनों शिक्षकों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और छेड़छाड़ की धाराओं के तहत केस पंजीकृत किया गया है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. ताकि, आरोपों की पूरी तरह से पुष्टि हो सके और दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कदम उठाए जा सकें.
लोकेश्वर सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पौड़ी